
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक: ऐतिहासिक बहस
शशि थरूर का यह दावा कि मोदी के शासन में 2016 में पहली बार भारत ने नियंत्रण रेखा पर सर्जिकल स्ट्राइक की, विवाद का कारण बना। उनके पार्टी सहयोगी, पवन खेड़ा ने यूपीए सरकार के तहत की गई पूर्व सैन्य कार्रवाइयों का हवाला देते हुए इस दावे को चुनौती दी। खेड़ा ने बताया कि भारत ने पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक की थीं, यह बताते हुए कि सैन्य ऑपरेशनों का उद्देश्य रणनीतिक रोकथाम होना चाहिए, न कि राजनीतिक लाभ। थरूर के बयान ने आतंकवाद के प्रति भारत की सैन्य प्रतिक्रियाओं के ऐतिहासिक संदर्भ पर बहस को फिर से जन्म दिया।