
पाकिस्तान का बजट कटौती और IMF का दबाव
पाकिस्तान IMF के दबाव में है और आने वाले वित्तीय वर्ष के लिए विकास बजट में कटौती की घोषणा की है, जबकि रक्षा खर्च बढ़ाने की योजना बना रहा है। यह कदम देश की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाता है क्योंकि सरकार कर्ज और IMF की कड़ी शर्तों से जूझ रही है। रक्षा के लिए बड़े बजट आवंटन के बावजूद, बुनियादी ढांचे और सामाजिक सेवाओं जैसे अन्य क्षेत्रों में गंभीर कटौती हो रही है। IMF के साथ असहमति के कारण बजट प्रस्तुति में देरी हुई है, जो वर्तमान वित्तीय चुनौतियों को उजागर करता है। पाकिस्तान अपनी रक्षा आवश्यकताओं और आर्थिक वास्तविकताओं के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है।