अडानी पावर और टोरेंट पावर ने मध्य प्रदेश से ₹32,500 करोड़ (लगभग $3.7 बिलियन) के अनुबंध प्राप्त किए हैं, जो कोयला आधारित पावर प्लांट स्थापित करने के लिए हैं। यह भारत की ऊर्जा जरूरतों के लिए कोयले पर निर्भरता को दर्शाता है, जबकि स्वच्छ ऊर्जा के लिए लक्ष्य भी रखे गए हैं। टोरेंट पावर 1,600 मेगावाट का प्लांट बनाएगा, जो इसका सबसे बड़ा निवेश होगा, जबकि अडानी पावर 800 मेगावाट की सुविधा बनाएगा। दोनों कंपनियां बिजली की आपूर्ति ₹5.8/kWh के ऊपर के टैरिफ पर करेंगी। भारत कोयला ऊर्जा क्षमता बढ़ाने की योजनाओं के साथ आगे बढ़ रहा है, जो ऊर्जा जरूरतों और स्थिरता के बीच संतुलन को उजागर करता है।