
अनुसंधान विश्लेषकों के लिए SEBI के नए दिशा-निर्देश
SEBI ने भारत में अनुसंधान विश्लेषकों (RAs) के लिए नए दिशा-निर्देश प्रस्तावित किए हैं ताकि हितों का टकराव रोका जा सके। नए नियमों के अनुसार, RAs उन उत्पादों के लिए अनुसंधान सेवाएं प्रदान नहीं कर सकते हैं, जिन्हें वे वितरित करते हैं। यह उपाय यह सुनिश्चित करने के लिए है कि अनुसंधान स्वतंत्र और अप्रभावित रहे। जबकि RAs उन उत्पादों का वितरण कर सकते हैं जिन पर वे अनुसंधान नहीं करते हैं, उन्हें इन सेवाओं को अपनी संस्था के भीतर अलग रखना होगा। इसका उद्देश्य ग्राहकों के हितों की रक्षा करना और वित्तीय बाजार में पारदर्शिता को बढ़ाना है।