ऑस्ट्रेलिया 15 वर्षों में अपने सबसे कमजोर टीम के साथ एशेज में प्रवेश कर सकता है, फिर भी वे पसंदीदा बने हुए हैं। यह विरोधाभास उनकी घरेलू ऐतिहासिक प्रदर्शन की ताकत को उजागर करता है, क्योंकि उन्होंने 2010-11 के बाद से एशेज श्रृंखला नहीं हारी है। जबकि इंग्लैंड के पास मजबूत टीम है, ऑस्ट्रेलिया का उत्कृष्ट गेंदबाजी आक्रमण और अनुभव हावी हो सकता है। प्रमुख खिलाड़ियों की उम्र बढ़ने के कारण, यह उनका आखिरी मौका हो सकता है, लेकिन घरेलू रिकॉर्ड और अनुकूल कार्यक्रम उन्हें एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी बनाता है।