

हालिया चर्चा भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते की आशाएँ बढ़ा रही हैं। अमेरिकी वाणिज्य सचिव हावर्ड लुट्निक ने कहा कि उपभोक्ता हमेशा सही होता है, लेकिन यह धारणा भारत जैसे गतिशील बाजार में सही नहीं है। भारतीय आयात पर उच्च टैरिफ नवाचार को बाधित करते हैं और अंततः अमेरिकी बाजार को नुकसान पहुँचाते हैं। जबकि अमेरिका वैश्विक विचारों की सराहना नहीं कर सकता, यह अपनी वृद्धि को सीमित करने का जोखिम उठाता है। दूसरी ओर, भारत को प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए नवाचार करना होगा।