

भारत और अमेरिका सक्रिय व्यापार वार्ताओं में हैं, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने एक फलदायी साझेदारी में विश्वास व्यक्त किया है। हालांकि, अमेरिकी टैरिफ के कारण तनाव बढ़ रहा है, खासकर जब राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि भारत को रूसी तेल खरीदना बंद करना चाहिए। इन चुनौतियों के बावजूद, दोनों देशों का लक्ष्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर से अधिक बढ़ाना है। चल रही वार्ताएँ संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं, जिसमें दोनों नेताओं की वार्ताओं को जल्द ही समाप्त करने की आशा है।