भारत में जनरेटिव एआई (GenAI) प्लेटफार्मों के तेजी से बढ़ते उपयोग से सरकारी अधिकारियों के बीच डेटा गोपनीयता और इनफेरेंस जोखिमों को लेकर चिंता बढ़ रही है। वरिष्ठ अधिकारी आधिकारिक कार्यों के लिए एआई के उपयोग के प्रभावों का अध्ययन कर रहे हैं, जिससे उपयोगकर्ता संकेतों के ट्रैकिंग और विदेशी कंपनियों द्वारा डेटा के शोषण के संभावित खतरे पर सवाल उठ रहे हैं। भारतीय सरकार स्वदेशी एआई समाधानों के विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ संवेदनशील जानकारी की सुरक्षा के लिए विदेशी सेवाओं के उपयोग पर प्रतिबंध लगा रही है। यह बहस भू-राजनीतिक तनावों के बीच स्वदेशी डिजिटल उपकरणों की ओर बढ़ते रुख को दर्शाती है।