भारतीय ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) ने रूसी तेल कंपनियों रोसनेफ्ट और लुकोइल पर अमेरिकी प्रतिबंधों का पालन करने का वादा किया है, जो भारत के महत्वपूर्ण कच्चे तेल आयातों को प्रभावित कर सकता है। रूसी तेल IOC के आयात का 21% है, और कंपनी भविष्य की खरीद के प्रति सतर्क है। जबकि निजी रिफाइनर जैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज अपनी स्थिति का आकलन कर रहे हैं, भारतीय सरकार का मानना है कि वह आर्थिक दृष्टि से लाभकारी तेल खरीदती रहेगी। यह स्थिति चुनौतियों का सामना कर सकती है, खासकर जब अमेरिकी प्रतिबंध भारत को रियायती रूसी कच्चे तेल तक पहुंच से रोक सकते हैं।