

विवेक अग्निहोत्री की फिल्म "द बेंगाल फाइल्स" 1946 के कोलकाता दंगों की gripping कहानी है, जिसमें लंबी अवधि के बावजूद मजबूत प्रदर्शन इसे ऊंचा उठाते हैं। कहानी शिव और भारती की है, जो अपने दर्दनाक अतीत से जूझ रहे हैं। जबकि फिल्म में हिंसा का चित्रण स्पष्ट है, यह कई बार लम्बे संवादों में भटकती है। फिर भी, यह भारत में साम्प्रदायिक तनावों पर विचार करने को मजबूर करती है। अंततः, फिल्म की भावनात्मक गहराई और शक्तिशाली अभिनय इसे एक महत्वपूर्ण, भले ही थकाने वाला, अनुभव बनाते हैं।