

तीन हफ्तों की बिक्री के बाद, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने 1,932 करोड़ रुपये के शेयरों के शुद्ध खरीदार बनकर भारत के प्रति सकारात्मक बदलाव का संकेत दिया। घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने भी 7,723 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। हालांकि, अमेरिका के टैरिफ और भू-राजनीतिक तनावों के बावजूद, FPIs की यह नई रुचि बाजार में मूल्य देखने का संकेत देती है। फिर भी, समग्र बाजार ने तीन महीने के निम्न स्तर पर बंद होकर आर्थिक चुनौतियों पर चिंताओं को दर्शाया।