हाल के एक सर्वेक्षण में बताया गया है कि लगभग 40% भारतीय उपभोक्ता इस वर्ष खाद्य वस्तुओं के अलावा खर्चों को प्रबंधित करने में संघर्ष कर रहे थे। PwC इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, आगामी GST कटौती राहत का वादा करती है, लेकिन कई खरीदार अभी भी वित्तीय तनाव में हैं, जो बढ़ते कर्ज और घटते बचत के साथ हैं। रिपोर्ट बताती है कि उपभोक्ता अपनी खरीदारी की आदतों में बदलाव कर रहे हैं और बेहतर गुणवत्ता वाले सामान की तलाश कर रहे हैं। जबकि GST कटौती GDP को बढ़ा सकती है और महंगाई को कम कर सकती है, उपभोक्ता कीमतों पर वास्तविक प्रभाव अभी भी अनिश्चित है।