भारत में जीएसटी ढांचे में हालिया बदलावों ने उद्योगों को कुछ राहत दी है, खासकर उल्टे कर ढांचे को संबोधित करने में। हालांकि, इनपुट और अंतिम उत्पादों पर कर दरों के बीच महत्वपूर्ण अंतर बना हुआ है, विशेषकर वस्त्र और कृषि क्षेत्रों में। उदाहरण के लिए, जहां साइकिलों पर 5% कर है, वहीं उन्हें बनाने में इस्तेमाल होने वाले सामग्रियों पर 18% कर है। यह असमानता पूंजी अवरोध और नकद प्रवाह पर चिंता पैदा करती है। सरकार रिफंड प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए संशोधनों पर काम कर रही है, लेकिन खाद्य तेल जैसे क्षेत्रों में चुनौतियाँ बनी हुई हैं, जो आगे के सुधारों की आवश्यकता को उजागर करती हैं।