भारत में प्रस्तावित GST सुधार छोटे कारों की मांग को बढ़ावा देने के लिए तैयार हैं, जबकि लक्जरी कारों की बिक्री में ज्यादा वृद्धि नहीं देखने को मिल सकती। विश्लेषकों का सुझाव है कि संभावित दर में कटौती से मास-मार्केट वाहनों को लाभ होगा, लेकिन लक्जरी कारों की बिक्री उच्च टैरिफ और बाजार की अनिश्चितता के कारण धीरे-धीरे बढ़ने की उम्मीद है। त्योहारी सीजन के नजदीक आते ही, BMW और Mercedes-Benz जैसी कंपनियाँ GST दरों पर स्पष्टता की प्रतीक्षा कर रही हैं ताकि वे अपनी बिक्री की रणनीति बना सकें। कुल मिलाकर, जबकि मास मार्केट फल-फूल सकता है, लक्जरी खंड सुस्त रहने की संभावना है, जिससे ऑटो उद्योग की आर्थिक वृद्धि में योगदान प्रभावित हो सकता है।