

वस्तु एवं सेवा अपीलीय न्यायाधिकरण (GSTAT) का औपचारिक शुभारंभ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा किया गया है, जो कर विवादों के समाधान में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह दिसंबर में सुनवाई शुरू करने के लिए तैयार है और पुराने मामलों के लिए प्राथमिकता देगा। यह न्यायाधिकरण भारत के कर प्रणाली में सुधार की एक संयुक्त कोशिश का प्रतीक है, जो करदाताओं और प्रशासन के बीच विश्वास बढ़ाएगा। इसके 116 सदस्यों और 32 बेंचों के साथ, GSTAT कानूनी विवादों को प्रभावी ढंग से हल करने के लिए तैयार है, MSMEs को लाभ पहुंचाते हुए आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा।