
पोस्टमैन से सिविल सेवक: धोन की प्रेरणादायक कहानी
धोन का कोल्हापुर के एक छोटे गांव से सिविल सेवक बनने का सफर वास्तव में प्रेरणादायक है। वह एक साधारण परिवार में बड़े हुए, जो भेड़ों की ब्रीडिंग के लिए जाना जाता है। स्थानीय स्कूलों में शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने पोस्टमैन के रूप में काम किया। आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद, सिविल सेवाओं का सपना उन्हें नौकरी छोड़कर दिल्ली आने पर मजबूर कर दिया। एक दोस्त के समर्थन से, धोन ने अपनी पढ़ाई में समर्पित होकर UPSC की तैयारी की। वह भारतीय प्रशासनिक सेवा या भारतीय पुलिस सेवा में सेवा करने की इच्छा रखते हैं और लोगों की आवाज़ सुनने में विश्वास रखते हैं।