पुणे ने एक असाधारण घटना में एक घंटे के लिए चुप्पी को अपनाया जब लाखों नागरिकों ने 'साइलेंस... पुणे रीडिंग' नामक सामूहिक पठन अभियान में भाग लिया। यह अभियान पुणे पुस्तक महोत्सव का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य एक साथ पढ़ने वाले लोगों की सबसे बड़ी संख्या के लिए विश्व रिकॉर्ड बनाना था। शहर एक विशाल पठन क्षेत्र में बदल गया, जिसमें सभी वर्गों के लोग शामिल हुए। यह अनूठा आंदोलन न केवल साहित्य का जश्न मनाता है बल्कि समुदाय को भी जोड़ता है, जिससे पुणे की 'भारत की पुस्तक राजधानी' बनने की आकांक्षा को दर्शाया जाता है।