टाटा ट्रस्टों में मेहली मिस्त्री की ट्रस्टीशिप को बढ़ाने की योजना है, जिससे उन्हें जीवन भर के लिए ट्रस्टी बना दिया जाएगा, साथ ही वेणु श्रीनिवासन भी। यह टाटा संस के सबसे बड़े शेयरधारकों के बीच तनाव के बीच हो रहा है। पहले विरोध के बावजूद, मिस्त्री को महत्वपूर्ण ट्रस्टी से समर्थन मिला है, जो सहमति की दिशा में एक कदम है। लेकिन असली चुनौती टाटा संस बोर्ड के नए सदस्यों के चयन में है, जहां विभाजन उभरे हैं। इन निर्णयों का टाटा ग्रुप के भविष्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है।