

भारत भू-तापीय ऊर्जा नवाचार के लिए मंच तैयार कर रहा है, क्योंकि नई राष्ट्रीय नीति वैश्विक रुचि को आकर्षित करने का लक्ष्य रखती है, विशेषकर आइसलैंड और नॉर्वे की कंपनियों से। यह नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत पृथ्वी की गर्मी का उपयोग करके बिजली उत्पन्न करता है, और देश के विभिन्न हिस्सों, विशेषकर उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश में विशाल संभावनाएँ हैं। यह पहल दूरदराज के क्षेत्रों में ऊर्जा लागत को काफी कम करने और बंद तेल कुओं का पुन: उपयोग करने का वादा करती है। वैश्विक सहयोग और शोध परियोजनाओं के साथ, भू-तापीय ऊर्जा भारत के ऊर्जा परिदृश्य को बदल सकती है।