डायबिटीज केवल चीनी की समस्या नहीं है; यह पुरुषों और महिलाओं की प्रजनन क्षमता को चुपचाप प्रभावित कर सकती है, विशेषकर भारत में, जहां डायबिटीज की दरें बढ़ रही हैं। कई जोड़े नहीं जानते कि डायबिटीज उनकी संतानोत्पत्ति की संभावनाओं को बाधित कर सकती है। महिलाओं के लिए, टाइप 2 डायबिटीज और इंसुलिन प्रतिरोध ओव्यूलेशन और अंडे की गुणवत्ता को बाधित करते हैं, जबकि पुरुषों को शुक्राणु गुणवत्ता में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। समय पर पहचान और मेटाबॉलिक स्वास्थ्य का प्रबंधन महत्वपूर्ण हो सकता है।