हाल ही में जीएसटी राजस्व डेटा जारी किया गया है, जो भारतीय राज्यों की मिश्रित तस्वीर पेश करता है। अक्टूबर 2025 में जीएसटी संग्रह ₹1,95,936 करोड़ तक पहुंच गया, जो दीवाली खर्च के कारण है। हालांकि, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों ने सफलता पाई, लेकिन कई अन्य ने पिछले वर्षों की तुलना में राजस्व में गिरावट का सामना किया। एक स्वतंत्र विश्लेषण यह बताता है कि जीएसटी राजस्व पूर्व-जीएसटी स्तरों से मेल नहीं खा रहा है, जो राज्यों के बीच आर्थिक समानता पर चिंता बढ़ा रहा है। कुछ पूर्वोत्तर राज्यों ने हालांकि लचीलापन दिखाया है।