
कर्नाटक में माइक्रोफाइनेंस संकट: जानें क्या हो रहा है
कर्नाटक का माइक्रोफाइनेंस क्षेत्र गंभीर संकट का सामना कर रहा है, जो पूरे राज्य की वित्तीय प्रणाली को हिला सकता है। एक समय जो स्थिर माना जाता था, अब यह बढ़ते बुरे ऋणों और ओवरलेवरेजिंग जैसी चुनौतियों से जूझ रहा है। ऋणदाता सतर्क हो गए हैं, नए ऋणों को सीमित कर रहे हैं और वसूली पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप ऋण चुकौती दरों में चिंता का विषय गिरावट आई है। राजनीतिक हस्तक्षेपों ने उधारकर्ताओं के बीच भ्रम पैदा किया है, जिससे स्थिति और जटिल हो गई है। जबकि कुछ संस्थाएं जैसे कि क्रेडिट एक्सेस ग्रामीन बेहतर प्रबंधन कर रही हैं, लेकिन समग्र परिदृश्य नाजुक बना हुआ है। आने वाले महीने क्षेत्र की पुनर्प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण होंगे और भारत के माइक्रोफाइनेंस परिदृश्य के लिए सबक प्रदान कर सकते हैं।