आर्थराइटिस अब केवल "बुजुर्गों" की बीमारी नहीं है; भारत में युवा भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। डॉक्टर सुनील कुमार चौधरी बताते हैं कि रोज़ की आदतें, जैसे लंबे समय तक बैठना और गलत मुद्रा, 20 और 30 के दशक में भी जोड़ों की समस्याएं पैदा कर सकती हैं। फास्ट फूड और स्थ sedentary जीवनशैली स्थिति को और बिगाड़ते हैं। अच्छी मुद्रा बनाए रखना, नियमित व्यायाम करना और आहार के प्रति सचेत रहना जोड़ों की सुरक्षा कर सकता है। लक्षणों पर जल्दी ध्यान देना अनिवार्य है ताकि स्थायी नुकसान से बचा जा सके।