
भारतीय रुपया 86 के पार: अगला क्या होगा?
भारतीय रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86 के पार पहुंच गया, जो जनवरी के बाद पहली बार है। यह वृद्धि घरेलू बाजारों में विदेशी निवेश की लहर के कारण हुई। मजबूत व्यापार डेटा और विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी ने भी रुपये को समर्थन दिया। विश्लेषकों का कहना है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की मजबूत खरीद और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों को स्थिर रखने के निर्णय ने भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारतीय शेयर बाजार में भी मजबूती देखी गई, जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने बड़ी बढ़त हासिल की।