जैसे-जैसे सर्दियों में धुंध बढ़ती है, कई दौड़ने वाले सड़कों पर निकलते हैं, अक्सर छिपे खतरों से अनजान। वायु प्रदूषण, विशेषकर फाइन पार्टिकुलेट मैटर (PM2.5), न केवल हमारे फेफड़ों को, बल्कि हमारे दिमाग को भी नुकसान पहुंचा सकता है। शोध से पता चलता है कि लंबे समय तक एक्सपोज़र से संज्ञानात्मक गिरावट, अवसाद और यहां तक कि मस्तिष्क में संरचनात्मक परिवर्तन हो सकते हैं। प्रदूषित क्षेत्रों में व्यायाम करने से विषाक्त पदार्थों का अवशोषण बढ़ सकता है। अपने मस्तिष्क की रक्षा के लिए, उच्च प्रदूषण के दिनों में इनडोर वर्कआउट पर विचार करें। इस सर्दी, मस्तिष्क स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना आपकी सबसे अच्छी फिटनेस रणनीति हो सकती है।