

19 वर्षीय भारतीय शतरंज की प्रतिभा दिव्या देशमुख ने मिस्री ग्रैंडमास्टर अमीन बासेम को हराकर सुर्खियाँ बटोरी हैं, जो उनकी रैंकिंग से 666 स्थान ऊपर हैं। शुरुआत में थोड़ी कठिनाई के बावजूद, दिव्या ने शानदार पलटवार किया, अपनी क्षमताओं और दृढ़ता को प्रदर्शित किया। फIDE ग्रैंड स्विस टूर्नामेंट में यह जीत उनके करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होती है, जो दर्शाती है कि मेहनत और संकल्प रैंकिंग के बड़े अंतर को भी पाट सकते हैं। दिव्या की जीत न केवल उनकी प्रतिभा को उजागर करती है, बल्कि भारत में युवा खिलाड़ियों को शतरंज में अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करती है।