

नीरज चोपड़ा की अद्भुत जीत की लकीर समाप्त हो गई है, जिससे प्रशंसक स्तब्ध हैं। लगातार शीर्ष-दो स्थानों पर रहने वाले भारतीय भाला फेंकने वाले इस सितारे को टोक्यो में विश्व चैम्पियनशिप के दौरान अप्रत्याशित चुनौतियों का सामना करना पड़ा। पिछले सफलताओं के बावजूद, जिसमें ओलंपिक स्वर्ण भी शामिल है, वे अपने फॉर्म को बनाए रखने में असफल रहे और 2018 के बाद पहली बार पदक स्थान से बाहर रहे। नीरज ने निराशा व्यक्त की लेकिन इस अनुभव से सीखने और सुधारने की दृढ़ता दिखाई। उनकी यात्रा हमें याद दिलाती है कि खेलों में असफलताएं सामान्य हैं और सहनशीलता महत्वपूर्ण है।