पाकिस्तान और सऊदी अरब ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण आपसी रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें कहा गया है कि एक पर हमले को दोनों के खिलाफ आक्रामकता के रूप में देखा जाएगा। यह समझौता सुरक्षा सहयोग और संयुक्त निवारक क्षमता को बढ़ाने के लिए है। इस विकास के बाद, भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए इसके परिणामों का आकलन करेंगे। यह समझौता दक्षिण एशिया और मध्य पूर्व में बदलती गतिशीलता को दर्शाता है, जो भारत और उसके रणनीतिक हितों पर इसके संभावित प्रभाव पर सवाल उठाता है।