Home  >>  News  >>  सेकंड विंड प्रभाव को समझना
सेकंड विंड प्रभाव को समझना

सेकंड विंड प्रभाव को समझना

05 Nov, 2025

क्या आपने कभी 11 बजे रात को खुद को जागते पाया है, जबकि दिन भर की थकावट थी? इसे ‘सेकंड विंड’ प्रभाव कहा जाता है। डॉ. कपिल खंडेलवाल बताते हैं कि यह अचानक ऊर्जा का एहसास वास्तव में आपके शरीर की तनाव प्रतिक्रिया है, जो तब होती है जब आप अपनी प्राकृतिक नींद के समय से अधिक जागते हैं। यह महसूस करना उत्पादकता जैसा लग सकता है, लेकिन वास्तव में आपका मस्तिष्क थकान से लड़ रहा है। इस घटना से बचने के लिए अपने शरीर की प्राकृतिक लय को अपनाना जरूरी है—आराम असली उत्पादकता के लिए आवश्यक है।

Related News

Latest News