आज के तेज़-तर्रार दुनिया में, कई लोग तनाव को प्रभावी रूप से प्रबंधित करते दिखते हैं, लेकिन भीतर वे उच्च-कार्यात्मक तनाव से चुपचाप पीड़ित हो सकते हैं। यह स्थिति सतत सतर्कता की स्थिति में ले जाती है, जो नींद और समग्र कल्याण को प्रभावित करती है। डॉ. संतोष चव्हाण के अनुसार, इससे निपटने की कुंजी निरंतर उत्पादकता की अस्थिर प्रकृति को पहचानना है। नींद की गुणवत्ता में सुधार और तनाव कम करने के लिए, नींद का कार्यक्रम स्थापित करना, माइंडफुलनेस का अभ्यास करना और डिजिटल सीमाएं निर्धारित करना आवश्यक है। याद रखें, आराम के लिए समय निकालना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।